छोड़ दो मुड़कर देखना उनको , जो तुमसे दूर हो जाया करते है
जिनको साथ नही चलना होता, वो अक्सर रूठ जाया करते है
माना की मोहब्बत की ये भी एक हकीकत है फिर भी
जितना तुम बदले हो उतना भी नही बदला जाता
बड़ी बेशर्म हो गयी है दिल की हसरते
मैं लाख समझाऊ पर तुझे ही चहाती है
कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ
किसी की आँख में हमको भी इंतजार दिखे