मेरा दिन तब तक खास नहीं
जब तक तुम मेरे साथ नहीं
बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालो की दुनिया
बस तुम से शुरू और तुम पर ही खत्म
जहा भी देखु अंधेरा ही अंधेरा
है तेरे सिवा कौन यहाँ मेरा है
उनकी दुनिया में हम जैसे हज़ारो है
हम ही पागल है जो उसे पाकर मगरूर हो गए
जिंदगी चाहे एक दिन की हो या चाहे चार दिन की हो
उसे ऐसे जिओ की ज़िंदगी तुम्हे नहीं मिली जिंदगी तो तुम मिले हो
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज नहीं करता
सच बोलकर कोई किसी को नाराज नहीं करता
वो अक्सर मुझसे पूछते है शायर कैसे बने
मै कहता हूँ कुछ आशु कागज पर गिरे और छप गए
कितना रोया था मै तेरे खातिर
अब सोचता हूँ तो हसी आती है
बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालो की दुनिया
बस तुम से शुरू और तुम पर ही खत्म
जहा भी देखु अंधेरा ही अंधेरा
है तेरे सिवा कौन यहाँ मेरा है
उनकी दुनिया में हम जैसे हज़ारो है
हम ही पागल है जो उसे पाकर मगरूर हो गए
जिंदगी चाहे एक दिन की हो या चाहे चार दिन की हो
उसे ऐसे जिओ की ज़िंदगी तुम्हे नहीं मिली जिंदगी तो तुम मिले हो
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज नहीं करता
सच बोलकर कोई किसी को नाराज नहीं करता
वो अक्सर मुझसे पूछते है शायर कैसे बने
मै कहता हूँ कुछ आशु कागज पर गिरे और छप गए
कितना रोया था मै तेरे खातिर
अब सोचता हूँ तो हसी आती है
Jab Koi aapki narazagi ki parwah warna chor de
to smjh lo mohabbat khtm aur mazburi shuru
khud ko tujhse jod diya aur
baaki sab pyar par chor diya
kuch aisa achha lagta hai tera naam mere naam ke sath
jaise koi khubsurat subah judi ho haseen sham ke sath
bas tum roothna aat kabhi mujhse kyuki
suna hai jaan ruth jaye toh koi jee nhi pata
mohabbat karni hai to jajabaat ki kadar karna sikho
surat dekh kar ki gayi mohabbat bistar par dam thor deti hai
mera din tab tak khaas nhi
jab tak tum mere sath nhi
na kisi se ladte hai na kisi pe marte hai
hum to saman bas tumse hi bahit payar karte hai
thoda waqt mile to unki bhi care kar liya karo jo tumse
pyaar karte hai warna dhadkano ka kya pata ki kab ruk jayen
jante ho hum kyu naraz hote hai tumse baar baar
is yakeen ke sath ki tum mana loge har baar