Wo Zindagi Ke Kuch Din The Ya Zindagi Thi Kuch Din Ki

जज्बात वहा ही जाहिर करो जहा उसकी कद्र हो 
बाकी तो आखो से बहता हुआ आंसू भी लोगो को पानी लगता है 

अपनी खुशियों की चाबी किसी और को न देना 
लोग अक्सर दुसरो का समान खो देते है 

अधूरी जिंदगी मिली तो नीदे भी रूठ गयी 
गुमनाम जिंदगी थी तो कितने सकूँन से सोया करते थे 

कुछ लोग जिंदगी में इतने जरुरी हो जाते है 
की फिर उनके बिना एक पल भी जिया नहीं जाता 

अपने सारे दुखो को भूलकर हम मुस्कुराये तेरे लिए 
अब तुम बताओ कभी तुम रोये हो मेरे लिए 

खुद को मेरे दिल में छोड़ गए हो 
तुम्हे ठीक से बिछड़ना भी नहीं आता 

वजह यह नहीं है की हम जी नहीं सकते उनके बिना 
मजबूरी यह है की उनके बिना हम जीना नहीं चाहते 

देख जिंदगी तू हमें रुलाना छोड़ दे 
अगर हम खफा हुए तो तुझे छोड़ देंगे 

भूल सकती हो तो भूल जाओ इजाजत  तुम्हे आ भूल पाओ तो 
लौट आना एक और भूल की इजाजत है तुम्हे 

तुम दूर बहुत हो हमसे ये तो हम जानते है पर तुझसे 
ज्यादा करीब हमारा कोई नहीं ये बात बस तुम यद् रखना 

तुझे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था भूल गए थे 
की किस्मत बदलते देर नहीं लगती 

तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की 
हम तो बेवजह ही खुद को खुशनसीब समझने लगे 

उसकी पसंद की खातिर क्या कुछ ना किया हमने 
उसे रौशनी पसंद थी हमने खुद को जला दिया 

मेरा मूड कितना भी ख़राब रहे मगर 
तुम्हारा मैसेज आ जाये तो सब अच्छा लगता है 

वादा निभाया ना जाये तो वादा किया ना करो क्योकि 
वादा न निभाने से वादा नहीं रिश्ते टूट जाते है 

माता पिता से बढ़कर इस जग में कोई दूसरा भगवान नहीं 
चूका पाउ जो मै इसका ऋण इतना में धनवान नहीं 

जब भी बोझ लगे हमारी मोहब्बत बस हमें बता देना 
हम चुप के से तुम्हारी जिंदगी से चले जायेगे 

अगर किसी के होठो पे तुम ख़ुशी नहीं ला सकते तो 
उनके आखो में आशू लाने का आपको कोई हक़ नहीं 

कभी संदेसा मत भेजना उन्हें हमारे जनाजे पर क्योकि वो 
अक्सर कहते थे की मै तुम्हारे बिना रह नहीं सकती 

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