ना मै ही उसे समझा ना वो ही मुझे समझी
कहने को तो हम दोनों ही समझदार थे
प्यार में पड़े इंशान को क्या क्या बना दिया
कभी दोस्त तो कभी जोकर तो कभी शायर बना दिया
हम तो धड़कन है सब के दिल में रहते है
बढ़ जाये तो दर्द देते है और कम हो जाये तो जान ले लेते है
तुमसे अच्छा तो हम चाँद से ही मोहब्बत कर लेते
लाख दूर पर नजर तो आता है
मोहब्बत और नौकरी दोनों एक जैसी होती है
आदमी करता रहेगा रोता रहेगा पर छोड़ेगा नहीं
वफाओ से मुकर जाना हमें आया नहीं अब तक
जिन्हे चाहत की कद्र नहीं हम उन नहीं करते
तेरी मौजूदगी महसूस वो करे जो जुड़ा हो तुझसे
मैंने तो अपने आप में तुझे बसाया है एक एहसास की तरह
इंतजार करने वालो को सिर्फ उतना मिलता है
जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है
हमारे चले जाने के बाद ये समंदर की रेत तुमसे पूछेगी कहा गया
वो शख्स जो तन्हाई में आकर बस तेरा ही नाम लिखा करता है
दौड़ने दो खुले मैदानों में नन्हे कदमो को साहब
जिंदगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद
एक नदिया है मज़बूरी की उस पार हो तुम इस पार है हम
कहने को तो हम दोनों ही समझदार थे
प्यार में पड़े इंशान को क्या क्या बना दिया
कभी दोस्त तो कभी जोकर तो कभी शायर बना दिया
हम तो धड़कन है सब के दिल में रहते है
बढ़ जाये तो दर्द देते है और कम हो जाये तो जान ले लेते है
तुमसे अच्छा तो हम चाँद से ही मोहब्बत कर लेते
लाख दूर पर नजर तो आता है
मोहब्बत और नौकरी दोनों एक जैसी होती है
आदमी करता रहेगा रोता रहेगा पर छोड़ेगा नहीं
वफाओ से मुकर जाना हमें आया नहीं अब तक
जिन्हे चाहत की कद्र नहीं हम उन नहीं करते
तेरी मौजूदगी महसूस वो करे जो जुड़ा हो तुझसे
मैंने तो अपने आप में तुझे बसाया है एक एहसास की तरह
इंतजार करने वालो को सिर्फ उतना मिलता है
जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है
हमारे चले जाने के बाद ये समंदर की रेत तुमसे पूछेगी कहा गया
वो शख्स जो तन्हाई में आकर बस तेरा ही नाम लिखा करता है
दौड़ने दो खुले मैदानों में नन्हे कदमो को साहब
जिंदगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद
एक नदिया है मज़बूरी की उस पार हो तुम इस पार है हम
अब पार उतरना है मुश्किल मुझे बेकल बेबस रहने दो
कभी रो के मुस्कुराये कभी मुस्कुरा के रोये
जब भी मेरे याद आई तुझे भुला के रोये
एक तेरा ही तो था जिसे हज़ार बार लिखा
जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा के रोये
न पूछो हालत मेरी रुसवाई के बाद मंजिल खो गयी है मेरी जुदाई के बाद
नजर को घेरती है हरपल घटा यादो की गुमनाम हो गया यू गम ये तन्हाई के बाद
हमने भी किसी सेप्यार किया था हाथो में फूल लेकर इंतजार किया था
भूल उनकी नहीं भूल तो हमारी थी क्योकि उन्हों ने हमने उनसे प्यार किया था
क्या दिल ने कहा
इस प्यार का क्या नाम दू
मै और शायरी
क्या दिल ने कहा
इस प्यार का क्या नाम दू
मै और शायरी