Dukhi Shayari

मत खोल मेरी जिंदगी की  पुरानी किताबो को 
हर उस शख्स ने दिल दुखाया है जिसपर हमें एतबार था 


गलतफहमी का एक पल इतना जहरीला होता है 
जो प्यार भरे लम्हो को एक पल में भुला देता है 

कदर करो उनकी जो आपसे बेरुखे व्यवहार 
के बाद भी आपसे साथ इज्जत से बात करते है 

प्रेम और आस्था दोनों पर ही किसी का जोर नहीं है 
ये मन जहा लग जाय वही पर रब नजर आता है 

सीखा न सकी जो उम्र भर तमाम किताबे मुझे 
करीब से कुछ चेहरे पढ़े और न जाने कितने सबक सीख लिए 

मुझे डर ये नहीं की मै भुला पाया नहीं उसको 
मुझे डर ये है वो मुझको हमेशा याद रखती है 

Badlo Se kah do ab itna bhi na barshe ager mujhe
unki yaad aa gayi na to muqabala barabari ka hoga

bade se bada dard seh sakti hu mai
magar tumahre chehre par udaasi nhi dekh sakti

मोहब्बत आजमानी है तो बस इतना काफी है
की जरा सा रूठकर देखो कोण मनाता है

कदर करना सीख लो क्युकी
ना तो ये ज़िंदगी बार बार आती है और न ही ये लोग

तुम्हे ऑनलाइन देखकर इसलिए खुश हो जाते है हम
क्युकी दिल को तसल्ली रहती है की तुम सलामत हो

बहुत मासूम होते है ये आशू भी
ये गिरते उनके लिए है जिन्हे परवाह नहीं होती



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