मै वारदात की तरह वही रहा
वो बयानों की तरह बदलती रही
उनकी चाहत हमने बया न हो पायी
थक गए हम शायरी करते करते
चला लो इस दिल पे लाख खंजर
ये मेरी नहीं तुम्हरी अमानत है
मारकर मुझे वो बेवफा भले ही खुश हो जाये
मेरी भी ऐसी ही बहुआ है की उसे भी कभी चैन ना आये
एक गफलत सी बनी रहने दो हर रिश्ते में
किसी को इतना न जानो की दूरिया हो जाये
बहुत सुकून मिलता है सच्चे प्यार में
पूरी दुनिया सिमट जाती है अपने यार में