था मै नीद में और मुझे इतना सजाया जा रहा था
बड़े प्यारे से मुझे नहलाया जा रहा था
ना जाने था वो कौन सा अजब खेल मेरे घर में
बच्चो में तरह मुझे कंधे पर उठाया जा रहा था
था पास मेरा हर अपना उस वक़्त
फिर भी मै हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था
जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की निगाहो से
उनके दिल से भी प्यार मुझ पर लुटाया जा रहा था
मालुम नहीं क्यों हैरान था हर कोई मुझे सोते हुए देख कर
जोर जोर से रोकर मुझे जगाया जा रहा था
काँप उठी मेरी रूह वो मंजर देखकर
जहा मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था
मोहब्बत की इंतिहा थी जिन दिलो में मेरे लिए
उन्ही दिलो के हाथो आज मै जलाया जा रहा था
- @rkypbh