स्त्रियों को मासिक धर्म के श्राप के साथ मिला था एक अनोखा वरदान
महिलाओ को ईशवर ने बेहद खास तरीके से बनाया है तभी उनमे जो बाते है उससे वे कभी परेशान हो जाती है तो कभी अपने आप पर गर्व महसूस करती है आप सभी जानते है की महिलाओ में मासिक धर्म होता है इसे डॉक्टर्स सामान्य प्रक्रिया मानते है तो धार्मिक गुरु इसे स्त्री की कमजोरी मासिक धर्म यानि पीरियड्स महिलाओ के लिए एक ऐसी समस्या है जो उन्हें हर महीने होती है इस समस्या को लेकर अक्सर महिलाओ के मन में उठता होगा समस्या उन्हें ही क्यों होती है आखिर इसकी वजह क्या है तो इसका जवाब दिया गया है भागवत पुराण में जिसमे ये बताया गया है की स्त्र्यिओं को असल में मासिक धर्म क्यों होता है दरअसल धार्मिक मान्यतओं के अनुसार इसे इंद्र देव द्वारा दिए गए श्राप को माना जाता है अब जिज्ञासा यह उठती है इस श्राप को देने का कारण क्या था।
पाप के बदले सभी को वरदान मिला।
पेड़ को कभी भी अपने आप को जीवित करने का वरदान मिला।
पानी को किसी भी वस्तु को स्वच्छ करने का अधिकार मिला।
पृथ्वी को सभी चोटे अपने आप भरने का वरदान मिला।
अंत में स्त्री को वरदान मिला की वह पुरुष की अपेक्षा काम यानी शारीरिक संबंध का आनंद दोगुना पायेगी
लेकिन ब्र्हा हत्या के पाप के तौर पर मासिक धर्म का कष्ट झेलेगी।
महिलाओ को ईशवर ने बेहद खास तरीके से बनाया है तभी उनमे जो बाते है उससे वे कभी परेशान हो जाती है तो कभी अपने आप पर गर्व महसूस करती है आप सभी जानते है की महिलाओ में मासिक धर्म होता है इसे डॉक्टर्स सामान्य प्रक्रिया मानते है तो धार्मिक गुरु इसे स्त्री की कमजोरी मासिक धर्म यानि पीरियड्स महिलाओ के लिए एक ऐसी समस्या है जो उन्हें हर महीने होती है इस समस्या को लेकर अक्सर महिलाओ के मन में उठता होगा समस्या उन्हें ही क्यों होती है आखिर इसकी वजह क्या है तो इसका जवाब दिया गया है भागवत पुराण में जिसमे ये बताया गया है की स्त्र्यिओं को असल में मासिक धर्म क्यों होता है दरअसल धार्मिक मान्यतओं के अनुसार इसे इंद्र देव द्वारा दिए गए श्राप को माना जाता है अब जिज्ञासा यह उठती है इस श्राप को देने का कारण क्या था।
पाप के बदले सभी को वरदान मिला।
पानी को किसी भी वस्तु को स्वच्छ करने का अधिकार मिला।
पृथ्वी को सभी चोटे अपने आप भरने का वरदान मिला।
अंत में स्त्री को वरदान मिला की वह पुरुष की अपेक्षा काम यानी शारीरिक संबंध का आनंद दोगुना पायेगी
लेकिन ब्र्हा हत्या के पाप के तौर पर मासिक धर्म का कष्ट झेलेगी।