वक़्त और हालात बदलते रहते है लेकिन
अच्छे रिश्ते और सच्चे दोस्त कभी नहीं बदलते
तुमने समझा ही नहीं ना समझना चाहा
हमने चाहा ही क्या था एक तुम्हारे सिवा
रात तकती रही आखों में दिल आरजू करता रहा
कोई बेअसर रोता रहा कोई बेखबर सोता रहा
सिर्फ एक ही बात सीखी है इस हुस्न वालो से हमने
हसींन जिसकी जितनी अदा है वह उतना ही बेवफा है
हम बने ही थे जैसे तबाह होने के लिए
तेरा छोड़ जाना तो महज एक बहाना था
अब शिकायते तुम से नहीं खुद से है हमको
माना की सारे झूठ तेरे थे लेकिन उन पर यकीन तो मेरा था
किसी को घर से निकलते ही मिल गयी मंजिल
कोई हमारी तरह उम्र भर सफर में रहा
ताले लगा दिए दिल को अब उसका अरमान नहीं
बंद होकर भी खुल जाय यह कोई दूकान नहीं
उजड़ जाते है सर से पाँव तक वो लोग
जो किसी बेपरवाह से बेपनाह मोहब्बत करते है
नादानियाँ झलकती है अभी भी मेरी आदतों से
मै खुद हैरान हूँ की मुझे इश्क़ हुआ कैसे
क्यों करता है ये तुमसे बेपनाह मोहब्बत
हो जाती है इस बात पर दिल से ही नफ़रत कभी कभी
रात होते ही शुरू हो जाती है कभी ना ख़त्म
होने वाली एक तलाश कभी खुद की कभी तुम्हारी
तेरे हर गम में अपनी रूह में उतार लू
जिंदगी अपनी में तेरी चाहत में सवार लू
मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी
सारी उम्र बस एक मुलाकात में जिंदगी गुजार लू
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी
क्या कहे क्या गुजरेगी इस दिल पे जिन्दा तो रहेंगे
लेकिन जिंदगी तो जिंदगी ना रहेगी
सारे रिश्ते वो मुझसे तोड़ गयी हासिल कर के भी
मुझे छोड़ गयी मैंने तो दिल दिया था उसके हाथो
में और वो सीसा समझ कर उसे तोड़ गयी
दिल टूटेगा तो फ़रियाद करोगे तुम भी हम ना रहे
तो हमें याद करोगे तुम भी आज कहते हो
हमारे पास वक़्त नहीं पर एक दिन मेरे लिए
वक़्त बर्बाद करोगे तुम
जो पानी से नाहयेगा लिबास बदल सकेगा
लेकिन जो पसीने से नहायेगा वो जीवन बदल सकेगा