दिल के पास आपका घर बना लिया
ख्याबो में आपको बसा लिया
मत पूछो कितना चाहते है आपको
आपकी हर खता को अपना मुकददर बना लिया
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न क्र सके
कट गई उम्र किसी से प्यार न
तूने मांगा भी तो अपनी जुदाई माँगी
और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके
हर शख्स को दीवाना बना देता है इश्क
जन्नत की सैर करा देता है इश्क
दिल के मरीज हो तो कर लो मोहब्बत
हर दिल को धडकना सीखा देता है इश्क
कितने चेहरे है इस दुनिया में
मगर हमको एक चेहरा ही नजर आता है
दुनिया को हम क्यों देखे
उसकी याद में सारा वक्त गुजर जाता है
सुना है काफी पढ़ लिख
गए हो तुम कभी वो भी पढ़ो जो
हम नहीं कह पाते
मेरे आखो के ख़्वाब दिल के अरमान हो तुम
तुम से ही तो मई हूँ मेरी पहचान हो तुम
मई जमीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम
सच मनो मेरे लिए तो सारा जहा हो तुम
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं
तेरी सूरत के सिवा कुछ याद नहीं
मै हूँ फूल तेरे गुलशन का
तेरे सिवा मुझपर किसी का हक्क नहीं