Friendship

आज भी कितना नादान है दिल समझता ही नहीं 
बरसो के बाद उन्हें देखा तो दुवाए  मांग बैठा 

 तन्हा तन्हा हम रो लेंगे महफ़िल महफ़िल गायेगे 
जब तक आंसू पास रहेंगे तब  गीत सुनाएंगे 
तेरा रंग तो पहले ही का चढ़ चुका इस मन पर 
ये होली तो तेरे रुखसार छूने का एक बहाना भर है 







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