Dard Bhari Shayari | www.YourCrush.online

जख्म छुपाना भी एक हुनर है 
वरना हर मुट्ठी में नमक है 



हमे देखकर जब उसने मुँह मोड़ लिया 
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो है 

वो तो अपना दर्द रो रो कर सुनाते रहे 
हमारी तन्हाइओ से भी आँख चुराते रहे 

हमें ही मिल गया खिताब ए  बेवफा क्योकि
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे 

हसते हुए जख्मो को भुलाने लगे है हम 
हर दर्द के निशाँ मिटाने लगे है हम 

अब और कोई  जुल्म सताएगा क्या भला 
जुल्मों सितम को अब तो सताने लगे है 

दर्द हमने सभाला है हमने आंसू बहाये है 
बेशक वजह तुम थे पर दिल तो हमारा था 

यह भी एक जमाना देख लिया है हम ने 
दर्द जो सुनाया अपना तो तालिया बज उठी 

दर्द का मेरे यकी आप करे या न करे 
इल्तिजा है की इस राज का चर्चा ना करे 

Hindi Dard bhari shayari expressing painful sentiments of heart dard shayari dard ke nishaan 

Popular Posts