हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते
लोग मुट्ठी में नमक लेके धूमते है
दिल के जखम हर किसी को दिखाया नहीं करते
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हमने
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने
हमें मालुम क्या चीज है मोहब्बत यारो
घर अपना जला कर किये है उजाले हमने
हर दर्द महसूस करके देख लिया
एक तेरे जुदा हो जाने के बाद
अपनी अपनी फ़िकरो में जो भी है उलझा है
जिंदगी हकीकत में क्या है कोन समझा है